10 लाख का इनामी खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार

10 लाख का इनामी खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार

 

मोतिहारी में एनआईए और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई

 

पंजाब के चर्चित नाभा जेल ब्रेक कांड से जुड़ा आतंकी कश्मीर सिंह उर्फ बलबीर सिंह गुलवड्डी कई वर्षों से था फरार


देशभर में आतंकी गतिविधियों का मास्टरमाइंड रहा

गरीब दर्शन / मोतिहारी –

बिहार के मोतिहारी जिले में सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। नगर थाना क्षेत्र से खालिस्तानी आतंकवादी कश्मीर सिंह गलवड्डी उर्फ बलबीर सिंह को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और मोतिहारी पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर की गई। गिरफ्तार आतंकी पर ₹10 लाख का इनाम घोषित था और वह लंबे समय से फरार चल रहा था।मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने इस अहम गिरफ्तारी की पुष्टि की है। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में आतंकी के खालिस्तान समर्थक नेटवर्क और देशभर में फैले आतंकी संगठनों से जुड़े कई खुलासे हो सकते हैं। गिरफ्तार आतंकी गुलवड्डी का नाम 27 नवंबर 2016 को पंजाब की नाभा जेल ब्रेक कांड में प्रमुख रूप से सामने आया था। उस दिन सुबह 9 बजे खालिस्तानी आतंकी रमनजीत सिंह उर्फ रोमी की मदद से हथियारबंद हमलावरों ने पुलिस की वर्दी पहनकर उच्च सुरक्षा वाली नाभा जेल में धावा बोल दिया था। इसमें हरमिंदर सिंह उर्फ मिंटू, गुरप्रीत सिंह सेखों, अमनदीप सिंह ढोटियां, कुलप्रीत सिंह उर्फ नीटा दीओल, कश्मीर सिंह उर्फ गुलवड्डी और हरजिंदर सिंह उर्फ विक्की गोंडर जैसे छह कुख्यात आतंकियों को छुड़ा लिया गया था। घटना के बाद देशभर में अलर्ट जारी हुआ था। विक्की गोंडर और प्रेमा लाहौरिया को 2018 में पंजाब पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया, जबकि मिंटू की गिरफ्तारी के बाद जेल में हार्ट अटैक से मौत हो गई। लेकिन कश्मीर सिंह गुलवड्डी तब से फरार था। गुलवड्डी की तलाश लंबे समय से एनआईए कर रही थी। 23 मई 2023 को उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। उस पर देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी गतिविधियों, फंडिंग और प्रतिबंधित संगठनों से संबंध रखने के आरोप हैं। इस गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियां खालिस्तानी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कामयाबी मान रही हैं। सूत्रों के अनुसार, एनआईए को पूछताछ के दौरान कई अन्य सहयोगियों और मॉड्यूल्स के बारे में सुराग मिल सकते हैं। यह भी माना जा रहा है कि गुलवड्डी की गिरफ्तारी से खालिस्तान समर्थक नेटवर्क की कई परतें खुलेगी। बिहार जैसे अपेक्षाकृत शांत प्रदेश में इतने बड़े स्तर के आतंकी की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक चेतावनी भी है।

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